फसलों का विशिष्ट वर्गीकरण (Special Classification of Crops)
नकदी फसल (CASH CROPS)
↪ वैसी फसलें जिनकी बिक्री के तुरंत मुद्रा प्राप्त होती हैं अर्थात वे फसलें जो बाज़ार में शीघ्र बिक जाती हैं, जूट (Jute), गन्ना (Sugarcane), कपास (Cotton), तम्बाकू (Tobacco) आदि नकदी फसलों के उदाहरण हैं |व्यापारिक फसल (Commercial Crops)
↪ व्यापारिक फसले उन फसलों को कहते हैं, जिन्हें उगाने का मुख्य उद्देश्य व्यापार करके धन अर्जित करना होता है, किसान इन्हें या तो पूर्ण रूप से बेच देता है अथवा आंशिक रूप से उपयोग करता हैं तथा शेष बड़ा हिस्सा बेच देता है|इन फसलो में प्रमुख से तिलहन (Oil Seeds) फसलें ; जैसे मूंगफली (Peanuts), सरसों (Mustard), तिल (Sesame), अलसी (Linseed), अरण्डी (Castor) और सूर्यमुखी शर्करा वाली फसलें (Sugar Crops) जैसे ― गन्ना (Sugarcane) और चुकंदर (Beetroot) आदि, रेशे वाली फसलें (Fibre Crops); जैसे जूट मेस्टा(Mesta), सनई (Sunnhemp) और कपास (Cotton) आदि और उद्दीपक फसलें (Narcotic Crops); जैसे चाय (Tea) , कहवा (Kahwa) आदि सम्मिलित हैं |खाद्यान्न फसल (CEREAL CROPS)
↪ खाद्यान्न फसलें, सम्पूर्ण विश्व के भरण-पोषण का प्रमुख आधार हैं|खाद्यान्न का सम्बन्ध धासकुल के पौधों से हैं, जिन्हें भोजन के लिए उगाया जाता है|
खाद्यान्न फसलों को निम्नलिखित तीन उपवर्गों में विभाजित किया जा सकता है
(i) प्रमुख खाद्यान्न (Major Cereals) के अंतर्गत गेहूं (Wheat), धान (Paddy )तथा जौ (Barley) को सम्मिलित किया जाता है |
(ii) मोटे खाद्यान्न (Millets/ Minor Cereals) इसके अंतर्गत मक्का (Maize), ज्वार (Jowar) , बाजरा (Millet) तथा मडुआ (Mudua) सम्मिलित किया जाता है|
(iii) लघु खाद्यान्न (Smaller Cereals) इनके अंतर्गत मडुआ (Mudua) या रागी (Ragi), कोदों (Kodon), सांवा (Sava), काकुन (Kakuna) , चन्ना (Gram) तथा कुटकी (Puddle) आदि सम्मिलित किये जाते हैं |
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